प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की समाप्ती के बाद अंग्रेजो ने एक रणनीती के अन्तर्गत हिन्दु समाज को निरन्तर कमजोर करने का षडयंत्र रचा : शान्त प्रकाश जाटव

Panchnad Vaishaliवैशाली : पंचनद शोध सस्थान के वैशाली अध्ययन केन्द्र द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी  इन्द्रप्रस्थ इन्जी०कालेज मे आयोजित की गयी । प्रसिद्ध दलित चिन्तक व अनुसूचित जाति जनजाती के प्रखर प्रवक्ता श्री  शान्त प्रकाश जाटव जी का  अध्ययन व  निष्कर्ष कि किस प्रकाश प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की समाप्ती के बाद अंग्रेजो ने एक रणनीती के अन्तर्गत हिन्दु समाज को निरन्तर कमजोर करने का षडयंत्र रचा गया और हम सभी जाने अनजाने मे इस आरक्षण रुपी दलदल में  फ़सत चले गये।

जाति आधारित आरक्षण का इतिहास  पर 1881 की जनगणना से 1931 तक का इतिहास और 1935 के अंग्रेजी संविधान मे उल्लखित जातिगत आरक्षण व गणना पर उन्होने विस्तार से साक्ष्यों के साथ श्री शान्त प्रकाश जी ने से चर्चा की । कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित प्रबुद्ध नागरिकों के प्रश्नोत्तर तथा जिज्ञासा समाधान से हुआ।  डा०ए०जी० अग्रवाल डा० विनय तिवारी श्री पियूष तिवारी जी के साथ डा० अकील अहमद  डा०कृष्णचंन्द्र पाण्डेय तथा श्री देवेश मिश्रा जी के साथ लगभग ७० प्रमुख  गणमान्य बुद्धिजीवियौ का इस अवसर पर भागीदारी रही। डा० हेमेन्द्र जी (मा० महानगर संघचालक) व श्री माखन लाल(महानगर बौद्धिक प्रमुख) तथा कार्यक्रम  की संचालन  पंचनद शोध संस्थान वैशाली अध्ययन केन्द्र के अध्यक्ष श्री राकेश अग्रवाल ने सचिव श्री पवन शर्मा तथा कोषाध्यक्ष श्री मुकेश गौतम जी ने किया।

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