कुरूक्षेत्र 22 जून : विवेकानन्द योग संस्थान, बैंगलूरू के तत्वाधान में आयोजित मधुमेय मुक्त भारत साप्ताहिक योग शिविर का शुभारम्भ कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर के सीनियर सैकेंडरी माॅडल स्कूल में प्रातकालीन मंत्रोच्चारण के साथ शुरू हुआ। इस शिविर का उदघाटन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति एवं पंचनद शोध संस्थान के निदेशक प्रोफेसर बृज किशोर कुठियाला ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जैसे भारत पोलियो मुक्त हुआ है योग ही एक ऐसी पद्धति है जिससे भारत मधुमेय मुक्त हो सकता है। भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह विश्व गुरू बनने की राह पर है।
उन्होंने पश्चिम की संस्कृति का उदाहरण देते हुए बताया कि आज पाश्चात्य संस्कृति की वजह से भारतीय समाज में बहुत से विकार पैदा हो गए हैं। पुरातन संस्कृति में लौटने के लिए योग पद्धति को अपनाना अनिवार्य हो गया है। उन्होंने कहा कि विश्व के 192 देशों ने ध्वनि मत से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का जो फेसला लिया वह पूरी दुनिया के लिए हितकारी है। इससे भारत की वासुधैव कुटुम्बकम की प्राचीन परंपरा का स्मरण होता है।
शिविर के प्रवक्ता डाॅ बंसीलाल ने बताया कि इन 7 दिनों में मधुमेय से पीड़ित लोगों का पहले और अखिरी दिन शुगर टैस्ट की जाएगी। इसके साथ- साथ उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि इस साप्ताहिक योग शिविर में 7 दिन नियमित योगाभ्यास करने पर शुगर नियंत्रण करने में मदद मिलेगी। इस शिविर में मुख्य शिक्षक के तौर पर डाॅ जितेन्द्र जांगड़ा एवं डाॅ मधुदीप सिंह योगाभ्यास करवाएंगे।
इस अवसर पर पंचनद शोध संस्थान कुरूक्षेत्र के अध्यक्ष डाॅ सीडीएस कौशल, प्रोफेसर श्याम कुमार, डाॅ विरेन्द्र पाल, डाॅ रोहतास शर्मा, गुरूदेव, सोमनाथ, नरेन्द्र शर्मा, बलबीर शास्त्री, संजीव भारद्वाज एवं नगर के बहुत से नागरिक मौजूद थे।