
प्रो बी के कुठियाला ,पंचनद शोध संस्थान के निदेशक एवं माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति
कुरूक्षेत्र , 3 नवंबर : भारतीय अर्थव्यवस्था तभी अच्छी बन सकती है जब इसे भारतीय संदर्भ के अुनसार संचालित किया जाए। यह कहना है पंचनद शोध संस्थान के निदेशक एवं माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो बी के कुठियाला । वह आज गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के प्रांगण में पंचनद शोध संस्थान अध्ययन केंद्र कुरूक्षेत्र द्वारा आयोजित संगोष्ठी बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रहे थे।
प्रो कुठियाला ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुशासन की कल्पना तभी साकार हो सकती है जब समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा जाए। समृद्ध भारत बनाने के लिए सामाजिक समरसता बहुत जरूरी है। इसमें पारदर्शिता लाने के लिए और अच्छे सुशासन की परिकल्पना से इसका विशलेषण होना चाहिए। भारत की केंद्रीय सरकार इसको सक्षम बनाने में मजबूती से कार्य कर रही है।
संगोष्ठी में अर्थशास्त्र विभाग, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रो एम एम गोयल ने अर्थव्यवस्था में सुशासन-मुद्दे एवं औचित्य पर अपने विचार रखे। संगोष्ठी की अध्यक्षता पंचनद शोध संस्थान, हरियाणा के अध्यक्ष डा ऋषि गोयल ने की। उन्होंने कहा कि पंचनद शोध संस्थान ने समाज के ज्वलंत विषयों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान किया है।
संगोष्ठी में मंच संचालन संस्थान के सचिव डा बंसी लाल ने किया। इस अवसर पर प्रो सुरेंद्र मोहन मिश्र, प्रो महेंद्र पाल माथुर, प्रो एस एस बूरा, डा मुनिष कश्यप, डा आनंद, डा मधुदीप सिंह, डा अमित सांगवान, राजेश शर्मा, सुरेंद्र राणा, जितेंद्र रोहिल्ला एवं कंवरदीप शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे।