पंचकूला, 28 जनवरी, 2019 : पंचनद शोध संस्थान ने जींद विधानसभा क्षेत्र में आज हुए मतदान से पूर्व मतदाताओं का रुझान जानने के लिए सर्वे किया। इस दौरान मतदाता क्षेत्र में विकास न होने से काफी खफा नजर आए। गांवों के लोगों ने सिंचाई और पीने के पानी की समस्या को प्रमुखता से उठाया तो शहरी मतदाता वहां टूटी सड़कों से नाराज दिखाई दिए। वोट देने का नजरिया जानना चाहा तो जातिवाद हावी दिखाई दिया, लेकिन युवा वर्ग ने जाति को दरकिनार कर विकास के नाम पर वोट देने का मन बनाया। अधिकतर लोगों ने माना कि राजनीति से समाज की भलाई संभव है्, लेकिन वर्तमान दौर के नेताओं की भूमिका से मतदाता संतुष्ट दिखाई नहीं दिए।
सर्वे में अधिकतर लोगों ने माना कि नेता अपने स्वार्थ के लिए राजनीति में सक्रिय हैं।पंचनद शोध संस्थान के उपाध्यक्ष सुप्रसिद्ध पत्रकार श्री अशोक मलिक ने बताया कि सर्वे में विधानसभा उपचुनाव में खड़े प्रमुख 5 उम्मीदवारों के बारे में राय जाननी चाही तो कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला को मतदाताओं ने सबसे बड़ा नेता माना, लेकिन हलके के विकास में सबसे ज्यादा अंक भाजपा उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढा को मिले। एक जाति विशेष के युवाओं में जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला की लहर दिखाई दी, वहीं इनेलो के उम्मेद सिंह रेढु का पलड़ा काफी कमजोर रहा। लोकतंत्र सुरक्षा मंच के विनोद आसरी शहर में लोकप्रिय दिखाई दिए तो गांव के मतदाताओं ने उन्हें खास तवज्जो नहीं दी।डोर टु डोर सर्वे से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करने पर भाजपा के कृष्ण मिड्ढा का पलड़ा सबसे भारी रहा।
उन्हें कुल 46027 वोट मिलने की संभावना है। ग्रामीण क्षेत्र में उन्हें कड़ी चुनौती दे रहे दिग्विजय चौटाला को 27 हजार 381 मतदाताओं ने पसंद किया है। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला के रहने का अनुमान है। उन्हें 18 हजार 752 वोट मिल सकते हैं। लोकतंत्र सुरक्षा मंच के विनोद आसरी को 7671 और इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मेद सिंह रेढ़ु को 3622 को वोट मिलने की संभावना है। सर्वे में करीब 9.5 फीसदी मतदाताओं ने कहा कि उन्होंने अभी किसी को भी वोट देना तय नहीं किया, वहीं 10.2 फीसदी ने यह बताने से मना कर दिया कि वे किसे वोट देंगे।सर्वे में जाट मतदाताओं का रुझान दिग्विजय चौटाला की तरफ रहा। 47 फीसदी जाट मतदाताओं ने श्री चौटाला को पसंद किया। पंजाबी, ब्राह्मण, अग्रवाल, बीसी और एससी मतदाताओं ने भाजपा उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढा को सबसे ज्यादा तवज्जो दी। पंजाबियों के 67, ब्राह्मणों के 50, अग्रवाल के 49, बीसी के 58, एससी के 33 फीसदी वोट भाजपा के खाते में जाने की संभावना है। अग्रवाल समुदाय ने भाजपा के बाद दूसरे नंबर पर रणदीप सिंह सुरजेवाला को वोट देने का मन बनाया है। अग्रवाल मतदाताओं का 22 फीसदी वोट सुरजेवाला को मिलने की संभावना है। इसी प्रकार 25 फीसदी एससी वोट भी कांग्रेस के खाते में जा रहे हैं। ब्राह्मणों ने भी भाजपा के बाद रणदीप सुरजेवाला को अपना नेता माना है। कांग्रेस को इस समुदाय के 15 फीसदी वोट मिल सकते हैं।मीडिया मार्केटिंग एवं सर्वेक्षण विधि के विशेषज्ञ श्री राकेश शर्मा ने बताया कि इस सर्वे के दौरान विधानसभा क्षेत्र के सभी 36 गांवों और जींद शहर की सभी कॉलोनियों में पहुंच मतदाताओं के विस्तृत साक्षात्कार किए गए। मतदाताओं से कुल 18 प्रश्न पूछे गए। इन प्रश्नों में उनकी राजनीतिक अभिरुचि, ज्ञान, राजनीति और नेताओं के प्रति दृष्टिकोण, हलके की समस्याएं, उनके लिए जिम्मेदार पक्ष आदि की जानकारियां जुटाई गई। उपचुनाव में जुटी पार्टियों की नीतियां, उम्मीदवारों का राजनीतिक कद और विकास में उनका योगदान की रैंकिंग भी पूछी गई। सर्वे फार्म में सभी मतदाताओं की जाति, व्यवसाय, लिंग, आयु वर्ग, आर्थिक हालात, क्षेत्र (ग्रामीण/शहरी) की जानकारी भी जुटाई गई। सर्वे में विभिन्न पार्टियों को मिलने वाले संभावित वोटों की तालिका संलग्न है।