
मतदाताओं से कुल 18 प्रश्न पूछे गए। इन प्रश्नों में उनकी राजनीतिक अभिरुचि, ज्ञान, राजनीति और नेताओं के प्रति दृष्टिकोण, हलके की समस्याएं, उनके लिए जिम्मेदार पक्ष आदि की जानकारियां जुटाई गई। उपचुनाव में जुटी पार्टियों की नीतियां, उम्मीदवारों का राजनीतिक कद और विकास में उनका योगदान की रैंकिंग भी पूछी गई।
मतदाताओं से यह भी पूछा गया कि वे 28 जनवरी को किस उम्मीदवार को वोट देने वाले हैं। सर्वे फार्म में सभी मतदाताओं की जाति, व्यवसाय, लिंग, आयु वर्ग, आर्थिक हालात, क्षेत्र (ग्रामीण/शहरी) की जानकारी भी जुटाई गई।
फील्ड में जुटी टीमों का काम पूरा होने के बाद प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। पहले चरण में यह आंकलन किया गया कि प्रमुख उम्मीदवारों को कितने-कितने वोट मिलने की संभावना है। वोटों की यह संख्या जाति, आयु वर्ग, व्यवसाय और क्षेत्र अनुसार उपलब्ध है।
पंचनद शोध संस्थान जल्द ही इस सर्वे पर पुस्तक प्रकाशित करेगा। संस्थान ने निर्णय लिया है तब तक यह जानकारी मीडिया को उपलब्ध करवाई जा सकती है। इसके लिए मीडिया समूह पंचनद शोध संस्थान के पदाधिकारियों से सम्पर्क कर सकते हैं।