सभी को आवास और सामाजिक समरसता सरकार के सामने बड़ी चुनौती

पंचनद शोध संस्‍थान की गोष्‍ठी में विद्वानों के किया मंथन   पंचकूला, 27 मार्च।   पंचनद शोध संस्‍थान के पंचकूला अध्‍ययन केंद्र की ओर से सोमवार को सेक्‍टर 10 स्‍थित गुर्जर भवन में विचार गोष्‍ठी का आयोजन किया गया। गोष्‍ठी में नई सरकार के सामने चुनौतियां विषय पर चर्चा हुई। विषय की प्रस्‍तुति कर रहे…

कुरान सही, मुस्लिम समुदाय के ठेकेदार कर रहे मनमानी : आर्य

पंचनद की विचार गोष्ठी में निकाह-हलाला पर गंभीर चर्चा पंचकूला, 22 जुलाई : पंचनद शोध संस्थान की विचार गोष्ठी में मुस्लिम पंथ की रस्में निकाह-हलाला पर गंभीर चिंतन हुआ। गोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ.मधुकर आर्य ने कहा कि मुस्लिम पंथ की अनेक कुरीतियों के कारण महिलाओं का शोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुरीतियां…

panchnad

भारतीय उद्योगों को तबाह करने की साजिश रच रहा चीन : पंचनद

पंचकूला, 23 जुलाई : चीन ने भारतीय उद्योग जगत को तबाह रचने की साजिश रची है। इसके लिए लागत से भी कम मूल्य पर यहां सामान बेचा जा रहा है। चीनी का सामान का बहिष्कार करके ही भारतीय हितों की रक्षा की जा सकती है। पंचनद शोध संस्थान की ओर से रविवार को सेक्टर-10 स्थित…

panchnad pkl

हर बीमारी का इलाज दवाओं से नहीं : डॉ. कुमार

पंचकूला, 26 मार्च : डायबिटिज आदि अनेक बिमारियों का कारण हमारी बिगड़ती जीवन शैली है। अगर हमअपनी कुछ आदतों को सुधार लें तो बहुत शारीरिक समस्याओं से बच सकते हैं। यह कहनाहै वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ एवं स्वास्थ्य स्तंभकार डॉ. आर. कुमार का। डॉ. कुमार रविवार कोसेक्टर-10 स्थित गुर्जर भवन में पंचनद शोध संस्थान की ओर से आयोजित विचार गोष्ठीको संबोधित कर रहे हैं। गोष्ठी में पंचकूला और चंडीगढ़ के प्रबुद्ध नागरिक मौजूद रहे। डॉ. कुमार ने कहा कि हमारी चिकित्सा प्रणाली में सबसे बड़ी गलती यह की जाती है कि हमबीमारी का इलाज दवाओं से करने की कोशिश की जाती है, जबकि अधिकतर समस्याएंहमारी पारिवारिक और व्यावसायिक परिस्थितियों के कारण खड़ी होती हैं। उन्होंने कहा किठीक समय पर सोना-जगना, सुबह करीब डेढ़ लीटर पानी पीना, धूप सेंकना और साफ हवालेकर अधिकतर बीमारियों से दूर रहा जा सकता है। इस मौके पर जाने-माने शिक्षाविद एवं पंचनद शोध संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. केएसआर्य ने कहा कि शरीर का कोई एक अंग भी बदलवाना पड़ जाये तो लाखों रुपये खर्च होजाते हैं। इस दृष्टि से देखें तो हमारा शरीर करोड़ों रुपये का बनता है। उन्होंने कहा किसामान्य कुछ हजार रुपये की कोई मशीनरी के रखरखाव आदि पर इतना ध्यान देते हैं तोकरोड़ों रुपये के शरीर की देखभाल में इतनी घोर लापरवाही क्यों। उन्होंने कहा कि मनुष्यसबसे ज्यादा मनमानी शरीर के साथ करता जो ठीक नहीं है। ईश्वर की इस श्रेष्ठ कृति हमेंसबसे ज्यादा गंभीरता से लेना चाहिए और इसकी देखभाल के प्रति पूरी तरह से सजग रहनाचाहिए। डॉ. आर्य ने कहा कि मानव जीवन शरीर और दिमाग का समुच्य है और दोनोंमिलकर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि शरीर की हर क्रिया कुछ विशेष केमिकल सेसंचालित होती है। इस मौके पर दैनिक ट्रिब्यून के पूर्व संपादक एवं माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिताविश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति श्री राधेश्याम शर्मा, वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. एसपीपूनिया, पंचनद के कोषाध्यक्ष सुखदेव धीमान, एसके सांघी आदि मौजूद रहे।

दलबदल निरोधक कानून के कारण सीमित हुई सांसदों की शक्तियां :जीवी गुप्ता

23अगस्त, 2015 : पंचकूला। देश में जब से दल बदल निरोधक कानून अस्तित्व में आया है तब से सांसदों की शक्तियां सीमित हो गयी हैं। ये जनप्रतिनिधि अब जनता की आवाज बनने की बजाय सिर्फ पार्टी लाइन की बात करते हैं। इससे सबसे बड़ा बदलाव यह आया है कि सृजनात्मक विषयों को छोड़ कर नकारात्मक…