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हमारी लुप्त होती परंपराएं

पार्थसारथि थपलियाल : भारतीय संस्कृति का उद्भव मानव और प्रकृति के साहचर्य के साथ हुआ। तपस्वी ऋषियों को ज्ञान की प्राप्ति हुई उस ज्ञान का उपयोग प्रकृति के साथ मानव व्यवहार को सुसंगत बिठाते हुए सनातन संस्कृति ने पल्लवित, पुष्पित और फलित होना सीखा। विश्व का प्राचीनतम लिखित ज्ञान ऋग्वेद में है जो पांच हज़ार…

कोरोना के अंधकार से भारत सूरज बन उगेगा

कुमार अमिताभ , वैशाली : कोरोना संकट से मानव की जान तभी बचेगी जब मां पृथ्वी की रक्षा होगी, ऐसा निष्कर्ष मातृदिवस रविवार 10 मई को आयोजित ऑनलाइन संगोष्ठी में निकल कर आया। साथ ही इस संकट से निपटने में आगे बढ़ विश्व का नेतृत्व करने से भारत के उत्थान की संभावना भी  जताई गई।…

आर्यों का मूल स्थान

डा. शालिनी अग्रवाल, वैश्य कॉलेज, रोहतक : ‘आर्य’ शब्द संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका सबसे प्रचलित अर्थ ‘श्रेष्ठजन’ है| आदर्श, अच्छे ह्रदय वाला, अच्छे गुणों वाला, आदरणीय, सम्माननीय, उत्तम आदि शब्द इसके पर्याय-स्वरूप प्रयुक्त होते हैं|१ ‘आर्यवर्त’(उत्तर-भारत)का वह क्षेत्र था, जहाँ आर्यों ने वैदिक धर्म संस्कृति को संपुष्ट किया| आर्यों का मूलस्थान, आदि-देश क्या…